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करनाल लाठीचार्ज पर राज्यपाल चौ. सत्यपाल मलिक बोले मुख्यमंत्री खट्टर इस महाभारत को न छेड़े

मलिक ने एसडीएम के आदेश पर रोष जताते हुए कहा, "सिर मजिस्ट्रेट का भी फूट सकता है. सिर उसके ऊपर के लोगों का भी फूट सकता है. बिना खट्टर साहब के इशारे के ये नहीं हो सकता . मैं अपने लोगों के लिए बोलता रहूंगा, चाहे उसके नतीजे कुछ भी हों

करनाल हरियाणा में हुए लाठी चार्ज में कई किसानो को गंभीर चोट आयी है , उसी में एक किसान के मौत की भी खबर आयी है। इसी बीच Ndtv को इंटरव्यू देते हुए कहा गवर्नर सत्यपाल मालिक ने कहा कि किसानों पर लाठी चार्ज का आदेश देनेवाले एसडीएम को फौरन बर्खास्त किया जाय. पश्चिमी यूपी से ताल्लुक रखने वाले सत्यपाल मलिक इससे पहले भी किसानों के समर्थन में आवाज उठाते रहे हैं.


सत्यपाल मलिक ने कहा कि आरोपी एसडीएम नौकरी में रहने के लायक नहीं है, जबकि खट्टर सरकार उसे संरक्षण दे रही है. उन्होंने इस बात पर भी दुख जताया कि 600 किसानों की मौत हुई लेकिन सरकार की तरफ से किसी ने सांत्वना के एक शब्द भी नहीं बोले. उन्होंने कहा, “मैं एक किसान का बेटा हूं. उनका मर्म जानता हूं.”

सुनिए राज्यपाल मलिक का पूरा बयान


देखिये में बहुत व्यथित इसको देख कर और मेरा यह कहना है कि यह अफसर 1 मिनट भी नौकरी में रहने के लायक नहीं है इसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और अगर नहीं हुई है उसका में नतीजा निकलता हूं, यह अपने ऊपर के लोग हैं उनकी सह से उनके कहने से इसको कर रहा था मैं खट्टर साहब बुजर्ग है उनका आदर करता हूं

वह मुख्यमंत्री है प्रदेश के लेकिन मैं उन से निवेदन करना चाहता हूं वो इस महाभारत को ना छेड़े इस वक्त कोई चुनाव नहीं है कोई पार्टी के प्रचार की जरूरत नहीं है लेकिन वह जानबूझकर इनसेंसेटिव एरिया में अपनी मीटिंग रख रहे हैं जींद है करनाल है रोहतक है जहां उनको पता है यह रिएक्शन होगा और वह चाहते हैं कि यह चीज बड़े एक तरीके से वह केंद्रीय नेतृत्व को नुकसान पहुंचा चाहते हैं मैं केंद्र के नेताओं से जब मिला मैंने हाथ जोड़कर यह प्रार्थना की है दो ही काम मत करना एक तो इनको खाली हाथ मत भेजना किसानों को दूसरा इन पर बल प्रयोग मत करना चूंकि जिस दिन आप इन पर बल प्रयोग करना शुरु कर दोगे उसका कोई अंत नहीं है सर किसान का ही नहीं टूटता है सर एसडीएम का भी फूट जाएगा किसी दिन उसके और ऊपर के लोगों का भी फूट जाएगा लिहाजा उस एसडीएम के खिलाफ मुख्यमंत्री को इमीडिएट एक्शन करना चाहिए और किसानों से क्षमा याचना करनी चाहिए


रिपोर्टर


जब एनडीटीवी के पत्रकार ने यह सवाल किया कि आप भी किसान हैं और किसानों के सिर खून देखकर आपको तकलीफ नहीं हुई और यह जो आदेश दिया है वह आदेश एसडीएम को सरकार ने ही दिया होगा इस पर सुनिए क्या बोले राज्यपाल


सत्यपाल मलिक
देखिए मैं यह मानता हूं अभी तक दिल्ली में प्रधानमंत्री और होम मिनिस्टर ने कहीं भी बल प्रयोग नहीं किया सिर्फ हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस कंसंट्रेशन को बढ़ाना चाहते हैं बिना उनके इशारे कि यह काम नहीं हुआ होगा और अपने को वह अगर निरअपराध मानते हैं तो फौरन उसे अफसर के खिलाफ एक्शन ले . वह नौकरी में रहने लायक नहीं है मैं फिर आप के जरिए यह बात स्पष्ट करना चाहता हूं यह लोग जो सरकारें चला रहे हैं यहां या दिल्ली में इन इलाकों का मिजाज नहीं समझते हैं अगर एक बार यह लड़ाई शुरू हो गई कोई पता नहीं है कितनी दूर तक जाएगी.

किसानो के खिलाफ हुई हिंसा को जायज ठहराना उचित है या अनुचित ये लोकतंत्र में जनता फैसला करेगी। लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ नहीं ?

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