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नोएडा एयरपोर्ट के पास 800 एकड़ में बसेगी उत्तर भारत की पहली फिनटेक सिटी

 Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा वासियों के लिए खुशी का मौका है, क्योंकि उत्तर प्रदेश की सरकार ने  ग्रेटर नोएडा में फिनटेक सिटी के निर्माण और विकास पर अपना फैसला देते हुए हरी झंडी दिखा दी है। इस नई योजना के तहत सिटी को सेक्टर-13 में विकसित किया जाएगा, जिसके लिए संशोधित डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की गई।

आपको बताते चले कि इससे पहले भी एक योजना तैयार की गई थी, जिसके तहत  सेक्टर-11 में इसे स्थापित किया जाना था।जहां नई और संशोधित डीपीआर में फिनटेक सिटी को 800 एकड़ क्षेत्र में विकसित करने का प्रस्ताव दिया गया  है,वहीं पुरानी डीपीआर में इस केवल 250 एकड़ में स्थापित किया जाना था।  


फिनटेक सिटी का विकास


शहर को बेहतर और विकसित करने के लिए यमुना प्राधिकरण अंतरराष्ट्रीय स्तर की फिनटेक सिटी  पर काम करना चाहता है। ऐसे में प्राधिकरण ने कई बड़े प्रोडक्ट्स जैसे- सिंगापुर, दुबई और गुजरात की गिफ्ट सिटी का गहन अध्ययन किया गया है। फिनटेक सिटी को प्रीमियम फील देने के लिए यहां  ऑनलाइन बैंकिंग, निवेश, अनुसंधान, क्राउडफंडिंग, डिजिटल मुद्रा, स्टॉक एक्सचेंज, बीमा कंपनियों, शॉपिंग सेंटरों और ई-पेमेंट गेटवे प्लेटफॉर्म जैसे प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर की संस्थाओं को भूखंड भी आवंटित किए जाएंगे।


 क्यों लाभकारी है फिनटेक में निवेश करना


फिनटेक सिटी में निवेश करने से कंपनियों को अच्छा-खासा लाभ मिलने वाला है। इन कंपनियों को नए प्रोडक्ट के लॉन्च के लॉन्च के लिए अलग से लाइसेंस लेने का जरूरत नहीं होगी। इसके अलावा इन्हें FDI (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) और नए औद्योगिक विकास को देश में बढ़ाने के लिए लैंड सब्सिडी, टैक्स और  कस्टम ड्यूटी पर छूट भी दी जाएगी।


कैसे है प्लान?


अब तक जो भी जानकारी सामने आई है उससे पता चला है कि फिनटेक सिटी को तीन चरण में तैयार और विकसित किया जाएगा। अगर पहले हिस्से की बात करें तो इसके तहत 250 एकड़ में इसकी शुरुआत होगी, जिसे 2027 पर पूरा किए जाने की योजना है।  इसके तहत वित्तीय कंपनियों  के लिए कुल 23 एकड़ जमीन पर प्लॉट विकसित किए जाएंगे, जिसमें उन्हें 124 प्लॉट और 137 कमर्शियल प्लॉट आवंटित किए जाएंगे। ।

वहीं दूसरा चरण और तीसरा चरण को क्रमशः   2030 और 2034 तक पूरा  किए जाने की योजना है। इस सिटी के  49% जमीन पर ही  सभी जगहों को बनाया जाएगा, जबकि बाकि 51% हरियाली और प्रकृति से जुड़ा होगा। 

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