गुरुवार को रिकॉर्ड
17.40 लाख टेस्ट भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के मुताबिक कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए गुरुवार को देश भर में रिकॉर्ड 17,40,550 नमूनों की जांच की गई। इनको मिलाकर अब तक 27 करोड़ 44 लाख 45 हजार से ज्यादा नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है।
आज कोरोना महामारी के दौर में देश में इमरजेंसी जैसे हालात पैदा हो गये है देश के हुक्मरानो को तत्काल ठोस कदम उठाने होंगे|, देश को इन हालातो से बहार लाने में महत्वपूर्ण निर्णय कुछ इस प्रकार हो सकते है.
1- पी एम केयर फंड को तत्काल निजी ट्रस्ट के हाथों से लेकर राष्ट्रीय आपदा फंड में शामिल किया जाए ।
2- कोरोना के लिए एक हाई लेवल एक्सपर्ट कमेटी बनाई जाए जिसे नीति आयोग का सदस्य हेड न करें बल्कि पेनडेमिक विशेषज्ञ करे ।
3- इस कमेटी की रिपोर्ट /सुझाव की जानकारी साप्ताहिक जारी की जाए ।
4- कमेटी के सुझावों पर ATR(Action taken report) सरकार तत्काल जारी करे।
5- अगले दो सालों तक किसी भी चुनाव में रैल , रोड श , पब्लिक गैदरिंग पर रोक लगा दी जाए ।
6- कोरोना को सरकारें जमीन पर प्रशासनिक या कानून व्यवस्था की तरह डील न करें । यह एक बीमारी है जो आगे भी रहेगी
7- प्रत्येक विकास खंड और जिला स्तर पर कोरोना डेडिकेटिड अस्पताल प्रथक से खड़े किये जाए। उनका स्टाफ अलग हो। उनको इसके लिए प्रशिक्षित किया जाए और अधिक वेतन और सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाए ।
8- देश में शासकीय या निजी क्षेत्र बिस्तरो की संख्या समय सीमा में बढ़ाने की लिए आर्थिक सहायता केन्द्र सरकार तत्काल जारी करे।
9- तीसरी लहर आने के पहले निजी और शासकीय उपलब्ध BEDS को शत प्रतिशत ऑक्सीजन BEDS में बदल दिया जाए
10– कोरोना वैक्सीनेशन को पोलियो अभियान की तरह चलाया जाए। हर पोलिग बूध को वैक्सीन केन्द्र बना कर ड्राइव चलाया जाए ।
12- जिले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी /सिविल सर्जन प्रोटोकॉल में ब्रिटिश सरकार के समय कलेक्टर के समय समकक्ष था। उसे वही दरजा दिया जाए ।बह कलेक्टर का महज मातहत न हो।
13– प्रत्येक राज्य व केंद्र कोअपने बजट का 20से 30% स्वास्थय पर खर्च करना अनिवार्य कर दिया जाए ।
14- ऑक्सीजन, सिलेन्डर, दवाओ पर GSTया तो समाप्त कर दी जाए नही तो 2% कर दिया जाए ।सरकार अपने खुद के ऑक्सीजन प्लान्ट लगाए ताकि यह अफरा तफरी और कालाबाजारी न फैले।
15– चाहे डाक्टर की उपलब्धता तत्काल न हो लेकिन नर्सों की उपलब्धता मानक अनुसार तत्काल की जाए और इस पेशे को गौरव दिलाने के लिए इन्हे अच्छा वेतन और सुरक्षा प्रदान की जाए। इसके लिए केन्द्र सरकार सरकारीऔर निजी क्षेत्र दोनों को धन उपलब्ध कराये ।
उपरोक्त सुझावों को तत्काल लागू करे।