क्या चक्रवाती तूफान ‘यास’, मचाएगा भारी तबाही ?
बंगाल की खाड़ी में चक्रवात ‘यास’ बनना शुरू हो चुका है जिसका असर झारखंड और बिहार (bihar,Jharkhand rain) में नजर आने की संभावना है. सोमवार को तूफान काफी खतरनाक हो सकता है. इस तूफान के 25 एवं 26 को पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा (west Bengal ,odisha yaas, Bay of Bengal ) के तट से टकराने की उम्मीद है
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि चक्रवात के कारण तटीय इलाकों में 2-4 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं. मौसम विभाग के अनुसार भीषण तूफान के दौरान 155 से 165 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने की उम्मीद है. जो 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच सकती है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक यास तूफान (Yaas Cyclone) बुधवार (26 मई) शाम तक ओडिशा के पारादीप और सागर आइलैंड्स के बीच Dhamra Port पर लैंडफॉल कर सकता है. ओडिशा के चार जिलों में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है.
चक्रवात यास (Yaas) को लेकर तैयारियां युद्ध स्तर पर की जा रही हैं. संभावित प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ के 950 जवानों को तैनात किया गया है. इसके साथ ही किसी भी आपात स्थिति में तैनाती के लिए 26 हेलीकॉप्टरों को भी तैयार रखा गया है.
बचाव और राहत टीमों को वायुमार्ग से एक स्थान से दूसरे स्थानों पर भेजा जा रहा है और रक्षा विमानों तथा नौसैनिक पोतों को सतर्क रखने को कहा गया है.
यास के बुधवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के पूर्वी तटीय इलाकों में दस्तक देने अनुमान है. इससे एक सप्ताह पहले ही पश्चिमी तट आया ‘ताउते’ चक्रवात बर्बादी की दास्तान छोड़ गया है.
ममता बनर्जी ने कहा
मोदी सरकार ने ‘अम्फान’ और कोरोना के लिए नहीं दी आर्थिक मदद, ‘ पिछले साल अम्फान तूफान के दौरान एक हजार करोड़ रुपये एडवांस में दिए गए थे. जो असल में हमारे ही पैसे थे और हमें ही उधार में दिए गए. पिछले साल केंद्र सरकार ने हमें कुछ नहीं दिया और ना ही हमने अबतक कोविड के लिए कुछ पाया है.