6 देशों ने एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन इस्तेमाल पर लगाई रोक,वैक्सीन से ब्लड क्लॉटिंग की शिकायत
डेनमार्क, नार्वे और आइसलैंड के स्वास्थ्य प्राधिकरणों ने ब्रिटिश-स्वीडिश कंपनी एस्ट्रेजेनेका की ओर से विकसित कोविड-19 टीके के इस्तेमाल पर दो हफ्ते के लिए रोक लगा दी है।’
चार अन्य यूरोपीय देश एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया और लक्जमबर्ग ने भी कोरोना वैक्सीन के प्रयोग को रोक दिया था। 17 यूरोपीय देशों को 10 से अधिक वैक्सीन डोज भेजी गई थीं
डेनमार्क के स्वास्थ्य अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि यूरोपीय देशों में एस्ट्राजेनेका के कोविड टीके से गंभीर साइडइफेक्ट उभरने की बात सामने आई
ऑस्ट्रिया ने टीकाकरण के बाद खून का थक्का जमने से एक व्यक्ति की मौत और कई लोगों में रक्त प्रवाह संबंधी विकार पैदा होने के मद्देनजर एस्ट्राजेनेका के टीके की एक खेप का इस्तेमाल ही रोक दिया है।
इटली ने भी कहा है कि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का एक बैच निलंबित किया जाएगा।इस बीच, यूरोपीय यूनियन के दवा नियामक यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) का कहना है, कि वैक्सीन के फायदे इससे होने वाले खतरों की तुलना में बहुत ज्यादा है और इसका प्रयोग जारी रखा जा सकता है।
पूरे ब्रिटेन में अब तक एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन की 1.1 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी है। यूरोपीय यूनियन के दवा नियामक का कहना है
कि वैक्सीन लगने के बाद खून का थक्का जमने वालों का अनुपात लगभग वही है, जितना की आम आबादी में होता है। 30 लाख लोगों में से 22 में थक्का जमने की बात सामने आई है
49 साल की नर्स की मौत के बाद यूज रोका
डेनमार्क हेल्थ अथॉरिटी ने कहा है कि हालांकि, अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है लेकिन वैक्सीन और ब्लड क्लॉटिंग को लेकर जांच हो रही है।
इससे पहले सोमवार को ऑस्ट्रिया ने 49 साल की नर्स की मौत के बात एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का प्रयोग रोक दिया था। वैक्सीन लेने के कुछ दिन बाद बाद नर्स की मौत खून के थक्के जमने के कारण हुई थी।