प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने से जुड़ी कांग्रेस की कथित ‘‘टूलकिट’’ के मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की छवि को जोर का धक्का लगा है।
18 मई को संबित पात्रा ने ट्वीट कर एक डॉक्यूमेंट शेयर किया जिस पर कांग्रेस का लोगो लगा था। महामारी के दौरान जरूरतमंदों की मदद के लिए कांग्रेस का टूलकिट देखें। मदद के नाम पर पीआर अभ्यास अधिक लग रहा है। आप कांग्रेस का एजेंडा पढ़िए। संबित पात्रा के इसी ट्वीट पर ट्विटर ने एक्शन लिया है।
क्या है ट्विटर का मैनिपुलेटेड मीडिया?
ट्विटर की सिंथेटिक और मैनिपुलेटेड मीडिया पॉलिसी के मुताबिक, ट्विटर ने अपने प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किए गए कंटेंट को अगर भ्रामक या तोड़-मरोड़कर पेश किया गया पाता है तो उसे रेड-फ्लैग कर देता है और उस पोस्ट के नीचे ‘Manipulated Media’ लिखा होता है.
टूल किट विवाद पर ट्विटर को हिदायत
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार टूल किट मामले पर केंद्र सरकार ने ट्विटर को सख्त हिदायत दी है। सरकार ने शुक्रवार को ट्विटर से कहा कि ट्विटर मैनिपुलेटेड मीडिया टैग का इस्तेमाल बंद करे, क्योंकि अभी टूलकिट मामले की जांच एजेंसी कर रही है। केंद्रीय IT मंत्रालय ने कहा कि एजेंसी टूलकिट के कंटेंट की जांच कर रही है, न कि ट्विटर की। केंद्र ने कहा कि आप जांच पूरी होने तक इस प्रक्रिया में दखल न दें। जब तक यह मामला जांच के दायरे में है तब तक ट्विटर अपना फैसला नहीं सुना सकती है। दरअसल, ट्विटर ने BJP के प्रवक्ता संबित पात्रा के कुछ ट्वीट पर मैनिपुलेटेड मीडिया का टैग लगाकर दिखाया था। ये ट्वीट कांग्रेस की टूल किट को लेकर किए गए थे।
IT मिनिस्ट्री ने लेटर में लिखा-
पूर्वाग्रही है ट्विटर IT और इलेक्ट्रॉनिक्स मिनिस्ट्री ने ट्विटर की ग्लोबल टीम को लिखा कि भारतीय राजनेताओं द्वारा किए गए कुछ ट्वीट में मैनिपुलेटेड मीडिया टैग का इस्तेमाल बंद करें। इस मामले में संबंधित पार्टी ने लोकल एजेंसी में शिकायत की है और इसकी जांच अभी जारी है। एक तरफ सरकारी जांच एजेंसी अपनी छानबीन कर रही है, दूसरी ओर ट्विटर मैनिपुलेटेड मीडिया जैसे टैग का इस्तेमाल कर जांच पूरी होने से पहले ही एकतरफा फैसला सुना दे रही है। इस तरह की टैगिंग दिखाती है कि ट्विटर पहले से फैसला कर रही है, वो पूर्वाग्रही है और जांच को नया रंग देने की कोशिश कर रही है।
सरकार ने कहा- इन कदमों से ट्विटर की छवि खराब होती है
सरकार ने कहा कि ट्विटर का ये कदम साफ तौर पर निष्पक्ष तौर से चल रही जांच को प्रभावित करने वाला और एकतरफा है। यह उसके दायरे के भी बाहर है और हम इसका विरोध करते हैं। ट्विटर ने अपने आप ही कुछ ट्वीट को मैनिपुलेटेड मीडिया टैग से डेजिग्नेट करने का फैसला लिया, जबकि एजेंसी के पास इस मामले की जांच चल रही थी। इससे निष्पक्ष प्लेटफॉर्म के तौर पर ट्विटर की विश्वसनीयता कम होती है। इस कदम से ये सवाल उठता है कि ट्विटर मध्यस्थ या पंच बन रहा है।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रम्प के कई ट्वीट्स पर इस तरह का लेबल लगा दिया गया था। बाद में डोनाल्ड ट्रम्प का अकाउंट परमानेंट सस्पेंड कर दिया गया।