सीबीआई (CBI) के एक सब-इंस्पेक्टर ने केवल एक iPhone के बदले अपना ईमान बेच दिया. उसने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) के खिलाफ चल रही जांच की आंतरिक जानकारी लीक कर दीं.
सीबीआई (CBI) ने बॉम्बे हाई कोर्ट के 5 अप्रैल 2021 को दिए आदेश के बाद 6 अप्रैल को केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी. जांच का जिम्मा सीबीआई के डिप्टी एसपी आर एस गुंज्याल को सौंपा गया था. जो सब-इंस्पेक्टर अभिषेक तिवारी समेत अपनी टीम के साथ मुंबई गए.
वह देशमुख के वकील के संपर्क में था। माना जाता है कि उसने वकील के जरिये ही रिश्वत ली और उसके एवज में एक ऐसी रिपोर्ट तैयार की, जिसमें कथित तौर पर यह लिखा गया कि देशमुख के खिलाफ कोई संज्ञेय अपराध नहीं बनता था।
इस मामले में देशमुख के वकील की भी गिरफ्तारी हुई है इसलिए यह भी प्रकट हो रहा है कि भ्रष्ट तत्वों की जड़ें किस बड़े पैमाने पर चारों ओर फैली हुई हैं