गुजरात, MP-UP में ‘श्मशान’ बनाए जा रहे हैं, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने स्टेडियम को अस्पताल बना दिया
एक बार फिर से कोरोना पूरे देश को अपनी चपेट में लेने की तैयारी में हैं। ऐसे दौर में जब देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्री 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं, वैसे में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कोविड के विरुद्ध जंग में आगे निकल गए हैं।
राजधानी रायपुर में 360 बिस्तरों वाले कोविड अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा हो गया है।
सोेमवार को सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सरदार बलवीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में बनाए गए ऑक्सीजन युक्त 360 बिस्तरों वाले सभी जरुरी सुविधाओं से युक्त अस्थाई कोविड अस्पताला का वर्चुअल निरीक्षण किया।
कोविड को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार की तैयारियां देखने लायक हैं। एक ओर यूपी की योगी आदित्याथ सरकार है जो सिर्फ वाहवाही लूटने में मग्न है तो दूसरी ओर छत्तीसगढ़ की कांग्रेसी सरकार है जो ताबड़तोड़ फैसले लेकर कोविड के विरुद्ध निर्णायक जंग की तैयारी में है।
सरकार ने जहां सभी सरकारी अस्पतालों को कोविड से लड़ने के लिए चुस्त दुरुस्त कर दिया है। ऑक्सीजन, वेंटिलेटर पर्याप्त मात्रा में सभी सरकारी अस्पतालों को मुहैया करा दिया है तो दूसरी ओर जगह जगह पर अस्थाई कोविड अस्पताल निर्माण कार्य जोरों पर है।
इस विकट दौर में निजी अस्पताल लोगों की मजबूरी का फायदा उठा कर लूटखसोट न कर सकें, इसके लिए सरकार ने दरें भी तय कर दी है।
अब छत्तीसगढ़ में मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालों के लिए इलाज की दर तय कर दी है। अब इससे ज्यादा फीस वसूली कोई भी निजी अस्पताल नहीं कर पाएगा।
अब छत्तीसगढ़ के मॉडरेट स्थिति वाले मरीजों के लिए प्रतिदिन 6200 रुपये शुल्क निर्धारित कर दिया गया है। इसमें सपोर्टिव केयर आइसोलेशन बेड के साथ ऑक्सीजन एवं पीपीई किट का खर्च भी शामिल है।
वहीं गंभीर स्थिति वाले मरीजों के लिए रोजाना 12 हजार रुपये की फीस निर्धारित की गई है। इसमें बगैर वेंटिलेटर के आईसीयू की सुविधा भी शामिल है।
अति गंभीर मरीजों के इलाज के लिए 17 हजार रुपये प्रतिदिन की दर निर्धारित की गई है। इसमें वेंटिलेटर के साथ साथ आईसीयू सुविधा भी शामिल है। कोविड के विरुद्ध जंग में छत्तीसगढ़ सरकार के इन फैसलों की जनता काफी सराहना कर रही है।
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