UP Election : ड्यूटी के चलते 577 टीचर्स की गई जान,शिक्षक संघों ने की मतगणना स्थगित करने की मांग
![Uttar Pradesh› Politics hot on death of more than 700 teachers in UP Panchayat elections, teachers unions demand postponement of counting Politics heats up over 700 teachers killed in UP Panchayat elections, teachers' unions demand postponement of counting](https://gaaon.com/wp-content/uploads/2021/04/LUCKNOW-UTTAR-PRADESH-18-02-2017_EVMS-POLLING-OBhatt.jpg)
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की ओर से कोरोना के शिकार हुए 706 शिक्षकों के नाम की लिस्ट के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र भेजा गया है. संघ ने मांग की है कि पंचायत चुनाव की मतगणना को स्थगित किया जाए.
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ती जा रही है. यहां का पूरा पंचायत चुनाव कोरोना संक्रमण काल में ही हुआ. ऐसे में चुनाव ड्यूटी में लगे कई कर्मचारियों की जान संक्रमण ने ले ली. इसके चलते अब पंचायत चुनाव की मतगणना ड्यूटी में लगे कर्मचारियों में डर बैठ गया है. क्योंकि चुनावी ड्यूटी के दौरान कई कर्मचारी पहले ही इस जानलेवा वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. ड्यूटी में लगे हुए कई लोगों की कोरोना से मौत भी हो चुकी है. ऐसे में वोटों की गिनती रोकने की मांग उठने लगी है, ताकि कोई वायरस से संक्रमित ना हो और वो मौत के मुंह में जाने से बच सके.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पंचायत चुनाव में 135 शिक्षकों की मृत्यु पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया था। इस पर आपत्ति दर्ज करते हुए उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ ने दावा किया कि 706 शिक्षकों की अब तक मृत्यु हो चुकी है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा है कि निर्वाचन आयोग से हम लगातार मतगणना टालने की मांग कर रहे हैं। हमारे शिक्षक साथी मर रहे हैं और उनकी गिनती भी नहीं हो रही है।
उप्र विशिष्ट बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष संतोष तिवारी ने कहा कि आजमगढ़, रायबरेली, खीरी, लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज आदि जिलों में दो-दो दर्जन शिक्षकों की मौत हो चुकी है। उनका आरोप है कि चुनाव के प्रशिक्षण देते समय अधिकारियों ने खुद कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया। कई जिलों में चुनाव होने तक शिक्षक संक्रमित हो चुके थे। प्रदेश में 10 हजार से ज्यादा शिक्षक कोरोना संक्रमण से ग्रसित हैं। गुरुवार को शिक्षक महासंघ के संयोजक व पूर्व एमएलसी हेम सिंह पुण्डीर नेता शिक्षक दल सुरेश त्रिपाठी, शिक्षक एमएलसी ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने भी निर्वाचन आयोग को परिस्थितियों की जानकारी देते हुए मतमणना टालने की मांग की है।
शिक्षकों की मृत्यु दुखत और डरावनीः प्रियंका गांधी
यूपी पंचायत चुनावों की ड्यूटी में लगे लगभग 500 शिक्षकों की मृत्यु की खबर दुखद और डरावनी है। चुनाव ड्यूटी करने वालों की सुरक्षा का प्रबंध लचर था तो उनको क्यों भेजा? सभी शिक्षकों के परिवारों को 50 लाख रु मुआवाजा व आश्रितों को नौकरी की माँग का मैं पुरजोर समर्थन करती हूँ।
मृत शिक्षकों के परिवार को 50 लाख मिलेः अखिलेश यादव
पंचायत चुनावों में इलेक्शन ड्यूटी में जिन अधिकारियों, शिक्षकों व कर्मचारियों की मृत्यु कोरोना संक्रमण से हुई है उनके परिवारों को उप्र सरकार तत्काल 50 लाख की सहायता राशि प्रदान करे। भाजपा सरकार सुरक्षा दे अन्यथा सरकारी कर्मी व शिक्षक मतगणना का बहिष्कार करने पर बाध्य हो जाएंगे।