बस अड्डों और रेलवे स्टेशन पर उमड़ी प्रवासी मजदूरों की भीड़, हैरान कर देने वाली हैं तस्वीरें
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने मंगलवार को प्रवासी मजदूरों का हवाला देते हुए केंद्र सरकार को उनकी जिम्मेदारी याद दिलाई और कहा कि इन प्रवासी मजदूरों के खाते में सरकार की ओर से धनराशि दिया जाना चाहिए।
दिल्ली में लॉकडाउन लगने के बाद फिर से प्रवासी अपने घर लौटने लगे हैं। इससे दिल्ली के बस अड्डों पर प्रवासियों की भारी भीड़ होना बताई जा रही है
कोरोना के बढ़ते मामले और लॉकडाउन ने प्रवासी मज़दूरों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. मुंबई से प्रवासी मज़दूर लगातार अपने गांव जा रहे हैं. मुंबई के लोकमान्य तिलक स्टेशन पर प्रवासी मज़दूरों की भीड़ दिख रही है.
उत्तर प्रदेश में कानपुर के बस अड्डे का भी यही हाल है. कई प्रवासी मज़दूर यहां से बस पकड़कर अपने गांव लौट रहे हैं. मज़दूरों को एनएच-27 पर भी चलते हुए देखा जा सकता है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने मंगलवार को प्रवासी मजदूरों का हवाला देते हुए केंद्र सरकार को उनकी जिम्मेदारी याद दिलाई और कहा कि इन प्रवासी मजदूरों के खाते में सरकार की ओर से धनराशि दिया जाना चाहिए। कोविड-19 के प्रलयंकारी दूसरे वेव के कारण लागू किए गए प्रतिबंधों व सख्त उपायों के बाद प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है। कांग्रेस नेता ने आज अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया और लिखा, ‘प्रवासी मजदूर एक बार फिर पलायन कर रहे हैं। ऐसे हालात में यह केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि उनके बैंक खाते में धनराशि डाले।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने सवाल किया, ‘लेकिन क्या कोरोना संक्रमण फैलाने के लिए जनता को दोष देने वाली सरकार जनहित में यह कदम उठाएगी?’
पिछले साल जब देश भर में लॉकडाउन लगा था तब प्रवासी मजदूरों ने पैदल ही या फिर साइकिल पर अपने गृह प्रदेशों की राह ले ली थी क्योंकि उस वक्त न तो ट्रेनें थी और न ही कोई अन्य वाहन। इस बार दोबारा ये प्रवासी वैसा समय नहीं देखना चाहते इसलिए अभी से ही अपने घरों की ओर जाना शुरू कर दिया है। भारत में अभी कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर है जिसमें बीते 24 घंटों में 2.73 लाख से अधिक संक्रमण के मामले सामने आए हैं।