आइए जानते हैं अपना दल उत्तर प्रदेश में कितनी सीटों पर प्रभाव रखता है
उत्तर प्रदेश में अपना दल का प्रभाव लगभग 200 सीटों पर है जिसमें ज्यादातर सीटों पर कुर्मी वोट की जनसंख्या 30,000 से अधिक है
स्वर्गीय काशीराम के सहयोगी और स्वर्गीय सोनेलाल पटेल द्वारा स्थापित पार्टी अपना दल जिसका नेतृत्व उनकी बेटी अनुप्रिया पटेल कर रही हैं वर्तमान में भाजपा के सहयोगी दल के रूप में अपना दल की पहचान है। अनुप्रिया पटेल केंद्र में मंत्री भी है उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 का चुनावी बिगुल फूंक चुका है इसी बीच सभी पार्टियां सीटों के बंटवारे में लगी हुई है चाहे वह बंटवारे उनके सहयोगी यों के साथ हो या फिर उनकी अपनी पार्टी के कैंडिडेट को लेकर हो।
2022 में उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने के लिए कोई भी पार्टी अपने बलबूते पर पूर्ण बहुमत नहीं ला सकती है इसीलिए सभी पार्टियों को क्षेत्रीय पार्टियों के साथ गठबंधन करना पड़ रहा है उसी गठबंधन का हिस्सा अपना दल जिसकी आजकल बहुत चर्चा है। चर्चा भी इसलिए है कि भाजपा की जीत और हार उसी दल के साथ रहने या ना रहने पर टिकी है। उत्तर प्रदेश के ज्यादातर नेता यह कह रहे हैं। भाजपा की जीत अनुप्रिया पटेल के फैसले पर टिकी है। आइए जानते हैं आखिर ऐसा क्यों है इसका सबसे बड़ा कारण है अनुप्रिया पटेल जिस जाति वर्ग से आती है उत्तर प्रदेश में पिछड़ों की एक बड़ी आबादी के रूप में जानी जाती है अनुप्रिया पटेल की जाति कुर्मी है। उत्तर प्रदेश की लगभग 145 सीटों पर उनका प्रभाव है जहां उनका जातीय वोट बैंक लगभग 30000 प्लस है उसमें से पूर्वांचल में 65 बुंदेलखंड में 10 मध्य यूपी में 48 सीटों पर लगभग 50000 वोट कुर्मी जाति की उपजाति यों में बटा हुआ है इसमें पटेल, गंगवार,कटियार, निरंजन, उत्तम , उमराव, सचान, चौधरी, वर्मा, कनौजीया, चंदेल, जैसवार, मल्ल, चनऊ, सैथवार नाम से जाना जाता है।
उत्तर प्रदेश की सभी बड़ी राजनीतिक पार्टियां अपना प्रदेश अध्यक्ष इसी कुर्मी जाति से बनाए बैठी हैं क्योंकि वह असली आंकड़ों में यह बात जानती हैं की कितनी बड़ी ताकत यह समाज अपने आप में समेटे हुए हैं यह समाज की जनसंख्या ही नहीं भारत में साठ पर्सेंट आबादी कृषि पर डिपेंड है और उत्तर प्रदेश की लगभग 30% जमीन पर इस जाति का कब्जा है सामाजिक तौर पर मजबूत यह जाति lराजनीतिक तौर पर पिछड़ी हैं । पिछले कुछ सालों में राजनीतिक भूख इस जाति के अंदर भी दिखाई दे रही हैं । और उसकी यह भूखी उत्तर प्रदेश की सत्ता इधर से उधर कर सकती है
अब बात करते हैं आंकड़ों की
A कैटेगरी में लगभग 89 सीटें हैं बी कैटेगरी में 56 सीट है और सी कैटेगरी में 55 सीटें है यह A कैटागरी में 60000 वोट है , बी कैटेगरी में 50000 प्लस वोट है. और सी कैटेगरी में 30000 प्लस वोट है। टोटल 200 सीटों पर प्रभाव है पर 150 पर अपना दल की दावेदारी है।
(A-89, B-56, C-55) -200
145 Seat = A+B (30000+) Vote
पूर्वांचल 65
बुंदेलखंड-10
मध्य यूपी- 48
(50000+ Vote
Kurmi Caste Sub caste Uttar Pradesh – पटेल, गंगवार,कटियार, निरंजन, उत्तम , उमराव, सचान, चौधरी, वर्मा, कनौजीया, चंदेल, जैसवार, मल्ल, चनऊ, सैथवार
बरेली, पीलीभीत, बदायूँ, रामपुर – 9 seats Extra
A- 60000+Vote
B- 50000+Vote
C- 30000+ Vote