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ऑपरेशन सिंदूर: भारत की आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई – ताजा अपडेट

22 मई 2025 को नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। भारतीय सेना और BSF ने इस दिन पाकिस्तान की पांच पुलिस चौकियों को नष्ट कर दिया और एक आतंकी लॉन्च पैड भी तहस-नहस किया। इस कार्रवाई में पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ, जबकि भारतीय पक्ष को कोई हताहत नहीं होना बताया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले में पाकिस्तान के कई सैनिक मारे गए और आतंकियों के ठिकानों को भी बर्बाद किया गया। यह जवाबी कार्रवाई पाकिस्तानी पक्ष की बार-बार की गई सीजफायर उल्लंघन और ड्रोन हमलों के जवाब में की गई।

ऑपरेशन सिंदूर का विवरण

ऑपरेशन सिंदूर भारत की सेना, वायुसेना और सीमा सुरक्षा बल (BSF) द्वारा संयुक्त रूप से चलाया गया एक सैन्य अभियान है। Times of India के अनुसार, 7 मई 2025 को रात 1:05 बजे भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए। इन हमलों में स्टैंड-ऑफ हथियार, जैसे हवाई क्रूज मिसाइलें, लॉयरिंग म्यूनिशन और लंबी दूरी के ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। भारत का दावा है कि इन हमलों में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए और आतंकी ढांचों को भारी नुकसान पहुंचा।

Moneycontrol Hindi ने बताया कि इन हमलों में स्वदेशी हथियारों, जैसे आकाश मिसाइल सिस्टम और लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल, ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। Hindustan Times के मुताबिक, भारतीय सेना ने केवल 3 मिनट में 13 दुश्मन चौकियों को नष्ट किया, जो ऑपरेशन की तीव्रता और सटीकता को दर्शाता है।

भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे “सटीक और सावधानीपूर्वक” कार्रवाई बताया, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने NDTV को दिए बयान में कहा, “ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद के खिलाफ नई नीति है। यह आतंकियों के खात्मे तक जारी रहेगा।” इस ऑपरेशन का नाम “सिंदूर” पहलगाम हमले में मारी गई महिलाओं के सम्मान में रखा गया, जो भारतीय संस्कृति में सुहाग का प्रतीक है।

ताजा घटनाक्रम

22 मई 2025 तक, भारतीय सेना और BSF ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर ताजा कार्रवाइयों में पाकिस्तान की 5 पुलिस चौकियों और एक आतंकी लॉन्च पैड को नष्ट किया। ABP News और Dainik Bhaskar की रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन हमलों में कोई भारतीय हताहत नहीं हुआ, लेकिन पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा। ThePrint Hindi ने बताया कि पुंछ में आतंकियों की घुसपैठ के लिए बनी 20 पाकिस्तानी चौकियों को तोपों से उड़ा दिया गया।

महिला सैनिकों की भूमिका इस ऑपरेशन में खास रही। Navbharat Times की एक रिपोर्ट के अनुसार, महिला सैनिकों ने 600 से अधिक गोले दागे, जिससे पाकिस्तान की 20 चौकियां तबाह हो गईं। gnttv.com ने BSF की महिला कमांडोज की बहादुरी को उजागर करते हुए कहा कि उन्होंने पाकिस्तान की हर चाल को नाकाम किया। Jagran ने भी इस बात की पुष्टि की कि BSF की महिला जवानों ने दुश्मनों पर जमकर गोलियां बरसाईं।

NDTV की एक ग्राउंड रिपोर्ट में LoC पर तैनात सैनिकों के हौसले की तारीफ की गई। एक सैनिक ने Jansatta को बताया, “पाकिस्तान के पास ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग नहीं है, उनके कई ड्रोन नाले में गिर गए।” भारतीय सेना ने रूस से प्राप्त S-400 डिफेंस सिस्टम और स्वदेशी आकाश मिसाइल सिस्टम का उपयोग कर पाकिस्तानी ड्रोनों और मिसाइलों को नाकाम किया। Aaj Tak ने बताया कि पाकिस्तान ने भारत के डमी एयरक्राफ्ट को राफेल समझ लिया, जिससे उनकी रणनीति विफल हो गई।

MSN की एक रिपोर्ट में सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी रणनीति का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि T-72 टैंकों और मीडियम मशीन गनों का इस्तेमाल कर पाकिस्तानी चौकियों को तबाह किया गया। Lalluram और Bharat24live ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में T-72 टैंकों की तैनाती ने पाकिस्तान को और दबाव में ला दिया।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया

पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर और ताजा कार्रवाइयों को “आक्रामक” बताते हुए इसका विरोध किया है। Al Jazeera के मुताबिक, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 7 मई को राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, “हम अपने शहीदों के खून की एक-एक बूंद का बदला लेंगे।” पाकिस्तान ने 26 लोगों की मौत और 46 घायलों की बात स्वीकारी, जबकि भारत ने 35-40 सैनिकों के मारे जाने का दावा किया है।

पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पहले दावा किया था कि उन्होंने भारतीय सैनिकों को बंदी बनाया है, लेकिन बाद में इसे गलत बताया। 4pm.co.in ने बताया कि ऑपरेशन की सफलता से बौखलाया पाकिस्तान LoC पर आम नागरिकों को निशाना बना रहा है। हालांकि, भारत ने इसे खारिज करते हुए कहा कि सीजफायर तभी संभव है जब पाकिस्तान आतंकियों को समर्थन देना बंद करे। OpIndia ने बताया कि पाकिस्तान ने हमास समर्थक जैक्सन हिंकल के झूठ के आधार पर “जीत” का प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिश की, जो विफल रही।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

ऑपरेशन सिंदूर ने वैश्विक मंच पर भी चर्चा छेड़ दी है। भारत के लंदन हाई कमिश्नर विक्रम दोराईस्वामी ने BBC रेडियो 5 पर कहा, “अगर पाकिस्तान को इस कार्रवाई से दिक्कत है, तो वह आतंकियों का समर्थन कर रहा है।” पूर्व अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने NDTV को दिए बयान में भारत की कार्रवाई को उचित ठहराया। अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य रिच मैककॉर्मिक ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया, लेकिन परमाणु शक्ति संपन्न दोनों देशों के बीच तनाव कम करने की सलाह दी।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बंद कमरे में इस मुद्दे पर चर्चा की, लेकिन कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया। यूरोपीय संघ ने पहलगाम हमले की निंदा की और तनाव कम करने के लिए दोनों देशों के साथ काम करने की बात कही। सिंगापुर ने अपने नागरिकों के लिए भारत और पाकिस्तान की यात्रा से बचने की सलाह जारी की है।

भारत की रणनीति और तैयारी

भारत ने इस तनाव के बीच कई कड़े कदम उठाए हैं:

  • सैन्य तैयारी: भारतीय सेना ने पश्चिमी सीमा पर 1,000 से अधिक आर्टिलरी सिस्टम और 750 मिसाइल सिस्टम तैनात किए हैं। Lalluram ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में T-72 टैंकों की तैनाती की गई है, जो 4,000 मीटर तक मिसाइल दागने में सक्षम हैं।
  • कूटनीतिक कदम: भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया और अटारी-वाघा सीमा बंद कर दी है।
  • आंतरिक सुरक्षा: जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। 18 एयरपोर्ट्स पर उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।

Amar Ujala ने इसे हर रणनीतिक मोर्चे पर भारत की निर्णायक सफलता बताया। ETV Bharat ने कहा कि भारत की ताकत और क्षमताओं ने दुनिया को दंग कर दिया है।

ऑपरेशन सिंदूर का महत्व

ऑपरेशन सिंदूर 2019 के बालाकोट हमले के बाद भारत का सबसे बड़ा सीमा पार ऑपरेशन है। The Hindu के अनुसार, यह ऑपरेशन भारत की सैन्य और तकनीकी ताकत का प्रदर्शन है। राफेल जेट, S-400 डिफेंस सिस्टम और स्वदेशी हथियारों का इस्तेमाल इसकी सफलता का आधार रहा। Bharat Express ने भारतीय वायुसेना के एक वीडियो का हवाला दिया, जिसमें ऑपरेशन की सफलता को दर्शाया गया।

विश्लेषक अरजान तारापोर ने War on the Rocks में लिखा कि यह ऑपरेशन इजरायल की “mowing the grass” नीति जैसा है, जो आतंकी क्षमता को धीरे-धीरे कम करने पर केंद्रित है। The Wire – Hindi ने इसे राष्ट्रवाद और सामाजिक विवेक की परीक्षा बताया, लेकिन कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह क्षेत्रीय स्थिरता को प्रभावित कर सकता है।

भविष्य की संभावनाएं

TV9 Bharatvarsh के मुताबिक, भारतीय सेना ने साफ किया है कि “ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ है।” अगर पाकिस्तान ने फिर से आतंकियों को समर्थन दिया, तो भारत और सख्त कार्रवाई करेगा। IND24 ने बताया कि अगर सीजफायर नहीं होता, तो भारत T-72 टैंकों के साथ और बड़े हमले कर सकता था।

News18 Hindi ने एक सैनिक के बयान को उद्धृत किया, जिसमें उन्होंने कहा, “अबकी बार कब्जा लाहौर में होगा।” यह बयान भारत के सैनिकों के हौसले को दर्शाता है, लेकिन यह भी क्षेत्र में तनाव की गहराई को दिखाता है।

तालिका: मुख्य घटनाक्रम

तिथिघटनास्रोत
22 अप्रैल 2025पहलगाम में आतंकी हमला, 26 नागरिक मारे गएNDTV
7 मई 2025ऑपरेशन सिंदूर शुरू, 9 ठिकाने नष्टTimes of India
22 मई 20255 पाकिस्तानी चौकियां और लॉन्च पैड नष्टABP News
22 मई 2025महिला सैनिकों ने 20 चौकियां तबाह कींNavbharat Times
12 मई 2025पीएम मोदी ने ऑपरेशन को नई नीति बतायाNDTV

मुख्य बिंदु

  • ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने 7 मई 2025 को शुरू किया यह सैन्य अभियान, जो पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल 2025) के जवाब में है, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे।
  • ताजा कार्रवाइयां: 22 मई 2025 को भारतीय सेना और BSF ने पाकिस्तान की 5 पुलिस चौकियों और एक आतंकी लॉन्च पैड को नष्ट किया। महिला सैनिकों ने 600 से ज्यादा गोले दागकर 20 चौकियां तबाह कीं।
  • जारी अभियान: भारतीय वायुसेना ने पुष्टि की है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, और यह आतंकवाद के खिलाफ निरंतर कार्रवाई है।
  • पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: पाकिस्तान ने 26 लोगों की मौत और 46 घायलों की बात कही, लेकिन भारत का कहना है कि यह कार्रवाई आतंकी ढांचे के खिलाफ थी।
  • वैश्विक प्रतिक्रिया: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने भारत की कार्रवाई को उचित ठहराया, जबकि संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों ने तनाव कम करने की अपील की है।
  • विवाद: कुछ अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों का मानना है कि यह तनाव क्षेत्रीय स्थिरता को प्रभावित कर सकता है, और दोनों देशों को संयम बरतने की जरूरत है।

ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद विरोधी नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह न केवल सैन्य सफलता है, बल्कि भारत की कूटनीतिक और तकनीकी ताकत का भी प्रदर्शन है। हालांकि, परमाणु शक्ति संपन्न दोनों देशों के बीच बढ़ता तनाव वैश्विक चिंता का विषय है। आने वाले दिनों में दोनों देशों की रणनीति और अंतरराष्ट्रीय मंचों की भूमिका इस तनाव के भविष्य को तय करेगी। भारत ने साफ कर दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी लड़ाई जारी रहेगी, लेकिन क्षेत्रीय शांति के लिए संयम और कूटनीति भी जरूरी होगी।

मुख्य संदर्भ

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