कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह को रिहा किया, मां बोलीं- बेटे को छोड़ने वालों का धन्यवाद
नक्सलियों ने सीआरपीएफ के कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मन्हास को आज रिहा कर दिया है। सुरक्षाबलों के साथ छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 3 अप्रैल (शनिवार) को हुई मुठभेड़ के बाद नक्सलियों ने कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मन्हास को अगवा कर लिया था।
राकेश्वर की रिहाई के बाद उनकी पत्नी मीनू ने कहा कि आज मेरी जिंदगी का सबसे खुशी भरा दिन है। मुझे उनके लौटने का पूरा भरोसा था। इसके लिए सरकार का धन्यवाद।
वहीं उनकी मां कुंती देवी ने कहा कि हम बहुत ज्यादा खुश हैं। जो हमारे बेटे को छोड़ रहे हैं, उनका भी धन्यवाद करती हूं। भगवान का भी धन्यवाद करती हूं। जब सरकार की बात हो रही थी तो मुझे थोड़ा भरोसा तो था, परन्तु विश्वास नहीं हो रहा था।
तीन अप्रैल को बनाए गए थे बंधक
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में पिछले दिनों हुए नक्सली हमले के बाद लापता एक जवान की तस्वीर बुधवार को कुछ स्थानीय पत्रकारों को मिली थी। नक्सलियों द्वारा इसे पत्रकारों तक भेजे जाने का दावा किया गया था। मंगलवार को नक्सलियों ने इस जवान के अपने कब्जे में होने का दावा किया था।
पांच दिन बाद नक्सलियों मे किया आजाद
सुकमा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में शनिवार को नक्सलियों से मुठभेड़ के बाद से लापता सीआरपीएफ के 210 कोबरा बटालियन सुकमा और बीजापुर जिले के स्थानीय संवाददाताओं ने बताया कि था कि तस्वीर उन्हें मिली थी। हालांकि तस्वीर में किसी भी माओवादी का चेहरा नहीं दिख रहा था। मंगलवार को माओवादियों ने जवान राकेश्वर सिंह के अपने कब्जे में होने का दावा किया था। नक्सलियों के कथित बयान में कहा गया था कि सरकार पहले मध्यस्थों के नाम की घोषणा करे, इसके बाद बंदी जवान को सौंप दिया जाएगा और तब तक वह सुरक्षित रहेगा।